रांची के यंग इंटरप्रेन्योर, Etesh Bassi, ने महज एक साल मैं विदेशी कम्पनीज से ३० हज़ार करोड़ की डील की। उन्होंने एम - क्वेब् नाम की मशीन बनाई। यह मशीन बिना किसी इनपुट के लाइट बनाएगी यानि न तो इसमें पेट्रोल की जरुरत पड़ेगी, न ही डीज़ल की और न ही लाइट की. जानते है Etesh के इस प्रोजेक्ट के बारे मैं.......
Etesh के पिता सतपाल टिंबर बिजनेसमैन है। उनके पिता का कहना है कि Etesh शुरू से ही डेली नए - नए एक्सपेरिमेंट करता रहता था एक बार की बात है कि उसने अपने वीडियो गेम को तोड़कर उसके वायर को घर के सॉकेट मैं डाल दिया। और इस पर कहा कि देखो मैंने घर की लाइट खत्म करने की मशीन बनाई है। इस तरह के कई एक्सप्रेमेंट घर पर वह करता रहता था महज १४ साल की उम्र मैं टू अंडरस्टैंड स्पेस एंड टाइम नाम की बुक लिखी जिसे नासा ने मान्यता दी। अभी वो ओजोन परत को बचाने के लिए नासा के साथ काम कर रहे है।
Etesh बताते है कि यह मशीन दुनिया भर मैं से लाइट की कमी को दूर कर सकती है। मैंने इस प्रोजेक्ट के प्रोपोज़ल को दुनिया भर की कम्पनियो के साथ शेयर किया। भारत मैं किसी भी इन्वेस्टर कंपनी को यह प्रोजेक्ट पसंद नहीं आया। लकिन UAE एंड अमेरिका के इंवेरस्टर्स को यह प्रोजेक्ट पसंद आया और उनके साथ उन्होंने 30 हजार करोड़ की डील की।
उन्होंने दुनिआ भर के लोगो को यह भी बताया की यदि आप महीने मैं ३०० यूनिट बिजली ख़र्च करते है तो लगभग ५०००० रूपए की मशीन की कीमत पर यह मशीन अपने घर पर लगवा सकते हो। एंड इस मशीन का उपयोग आप इलेक्ट्रिक कार एंड शिप मैं भी कर सकते हो।
अभी टेक्नोलॉजी के पेटेंट का काम चल रहा है इश्लिए उन्होंने इसकी टेक्नोलॉजी के बारे मैं कुछ नहीं बताया है।
All the information are taken from Danik Bhaskar news paper of Gwalior.
This boy has shown that our country's people having lots of potential of doing anything.
Enjoy and become a young entrepreneur in near future.
Have a nice day!!!!!!!!
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